ग़ाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) द्वारा भूखण्ड सं0-A-558, सै0-09, न्यू विजयनगर, ग़ाज़ियाबाद पर लगायी सील को तोड़कर गोदाम को फिर से खोलने के संबंध में GDA द्वारा पुलिस को भेजे गए एक पत्र में गंभीर ग़लतियाँ सामने आई हैं। पत्र में सुमित गौतम का नाम ग़लत लिखा गया है, जबकि असली नाम मनोज गर्ग है।इसके अलावा, शिकायत में आवासीय कॉलोनी में गोदाम बनाकर ट्रैक्टर, ट्रक और ई-रिक्शा खड़े करने से जाम की समस्या का उल्लेख हटाकर भवन निर्माण से जुड़ी शिकायत को दिखाया गया है। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि यह सच्चाई को गुमराह करने का प्रयास है और अवैध गतिविधियों को छुपाने के लिए किया गया है।3 अवैध गोदाम, राहगीरों के लिए मुसीबतस्थानीय निवासियों का कहना है कि आवासीय कॉलोनी में अवैध रूप से तीन गोदाम बनाए गए हैं, ज...
ग़ाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) द्वारा भूखण्ड सं0-A-558, सै0-09, न्यू विजयनगर, ग़ाज़ियाबाद पर लगायी सील को तोड़कर गोदाम को फिर से खोलने के संबंध में GDA द्वारा पुलिस को भेजे गए एक पत्र में गंभीर ग़लतियाँ सामने आई हैं। पत्र में सुमित गौतम का नाम ग़लत लिखा गया है, जबकि असली नाम मनोज गर्ग है।
इसके अलावा, शिकायत में आवासीय कॉलोनी में गोदाम बनाकर ट्रैक्टर, ट्रक और ई-रिक्शा खड़े करने से जाम की समस्या का उल्लेख हटाकर भवन निर्माण से जुड़ी शिकायत को दिखाया गया है। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि यह सच्चाई को गुमराह करने का प्रयास है और अवैध गतिविधियों को छुपाने के लिए किया गया है।
3 अवैध गोदाम, राहगीरों के लिए मुसीबत
स्थानीय निवासियों का कहना है कि आवासीय कॉलोनी में अवैध रूप से तीन गोदाम बनाए गए हैं, जिससे सड़क पर लगातार ट्रैफिक जाम रहता है और राहगीरों को असुविधा होती है। यह क्षेत्र पूरी तरह से आवासीय है, लेकिन गोदामों के चलते यहाँ दिनभर ट्रकों और ई-रिक्शा का जमावड़ा लगा रहता है।
निवासियों ने आरोप लगाया है कि जीडीए के अधिकारी किसी स्वार्थ के कारण इस व्यक्ति को बचाने में लगे हुए हैं और कानूनी कार्रवाई से बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रशासन कब लेगा संज्ञान?
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जाँच कराई जाए और अवैध गोदामों को तुरंत हटाया जाए, ताकि लोगों को राहत मिल सके।