गाजियाबाद विजय नगर थाना प्रभारी निरीक्षक योगी सरकार के कायदा कानूनों को अपनी जेब में रखते हैं।

अधिकारी व शासनादेश इंस्पेक्टर की जेब में । चौकी प्रभारियों को विजयनगर इस्पेक्टर की खुली छूट

विजय नगर क्षेत्र में ऐसे अनगिनत मामले हैं जिसमें कोतवाल की भूमिका संदिग्ध नजर आई। सत्ताधारी भाजपा नेताओं ने विजय नगर कोतवाल की कारगुजारीयों की शिकायत  पुलिस अधिकारियों से की लेकिन कार्रवाई के नाम पर ढाक के तीन पात ही नजर आए। हालात यह हैं कि विजय नगर के निवासियों ने स्थानीय पुलिस से न्याय की उम्मीद ही छोड़ दी है

विजय नगर के निवासियों ने स्थानीय पुलिस से न्याय की उम्मीद ही छोड़ दी है :- 

मंगलवार को एक पीड़ित युवती ने अपने ऊपर हुए अत्याचार की शिकायत पुलिस से की लेकिन उसका कोई संतोषजनक हल सामने नहीं आया

अधिकारी व शासनादेश इंस्पेक्टर की जेब में :- 

क्रासिंग पुलिस चौकी क्षेत्र में एक स्कूल बस के चालक परिचालक के साथ कुछ दबंगों ने जमकर मारपीट कर दी। बस में सवार महिला आया व बच्चे बुरी तरह डर गए। मामले की शिकायत क्रॉसिंग पुलिस चौकी पर की। पीसीआर 112 को बुलाया गया लेकिन उन्होंने बिना कोई कार्यवाही किए आरोपियों की तलाश तो दूर मामले को संज्ञान में ही नहीं लिया। क्रासिंग चौकी पर तैनात दरोगा का कहना है कि यहां ऐसे मामले तो रोज होते रहते हैं ।

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लोगों का कहना है कि विजय नगर थाना प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र मलिक का चौकी प्रभारी के ऊपर कोई शिकंज नहीं है। जिसके मन में जो आता है वह कर रहा है। थाना प्रभारी भी गंभीर से गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। बस देखते हैं कहकर मामले को लटका देते हैं। एक नामचीन स्कूल की बस के चालक के साथ मारपीट होती है और पुलिस मामूली बात कह कर उन्हें चलता कर देती है। जबकि बस चालक के चेहरे पर पिटाई के निशान साफ देखे जा सकते हैं

 

 

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