Ghaziabad News: लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
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ग़ज़िआबाद न्यूज़ : 4 अप्रैल तक 14 नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख है। इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपने-अपने सेनापति मैदान में उतार दिए हैं।

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। 4 अप्रैल तक 14 नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख है। इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपने-अपने सेनापति मैदान में उतार दिए हैं। हालांकि अभी कुछ प्रत्याशी सामने आने बाकी है। लेकिन इस सीट पर सीधा मुकाबला तीन प्रमुख पार्टियों के बीच ही माना जा रहा है। जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा, सपा, कांग्रेस गठबंधन और बहुजन समाज पार्टी तीनों ही दलों ने अपने-अपने सेनापतियों को मैदान में उतारा है।

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भाजपा ने इस बार सिटिंग सांसद वी के सिंह का टिकट काटकर गाजियाबाद के सदर विधायक वैश्य समाज के अतुल गर्ग को प्रत्याशी घोषित किया है। जबकि सपा कांग्रेस गठबंधन ने अपनी पूर्व प्रत्याशी डॉली शर्मा पर ही दाँव लगाया है। बहुजन समाज पार्टी ने इस बार पंजाबी समाज को मैदान में उतार कर मुकाबला दिलचस्प कर दिया है। बसपा का मानना है कि गाजियाबाद में बड़े पैमाने पर पंजाबी समाज के मतदाता है। लेकिन अभी तक किसी ने मौका नहीं दिया। बसपा प्रत्याशी ने कहा कि अन्य दलों ने पंजाबी समाज को हमेशा वोट बैंक ही माना है। पहली बार यहां से सरदार तेजा सिंह चुनाव लड़े उन्होंने तीन बार गाजियाबाद का नेतृत्व किया। उसके बाद किसी भी दल ने पंजाबी समाज को तरजीह नहीं दी।

गाजियाबाद में बड़ी संख्या में पंजाबी मतदाता है। इस बार बहुजन समाज पार्टी ने अंशय कालरा उर्फ रॉकी को मैदान में उतारा है।मतदाताओं में यह संदेश गया है की यहां पैराशूट प्रत्याशी न उतार कर स्थानीय प्रत्याशियों पर भरोसा जताया गया है। अब देखना यह होगा कि इस बार ऊंट किस करवट बैठता है। यूं तो गाजियाबाद सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है क्योंकि सुरेंद्र गोयल के बाद यहां से कोई पार्टी नहीं जीत सकी। बसपा का तो खाता ही नहीं खुला। कुल मिलाकर इस बार स्थानीय प्रत्याशी होने से मुकाबला दिलचस्प होने के आसार हैं।


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By LALIT SHARMA

मैंने पंजाब केसरी से पत्रकारिता की शुरुआत की थी, जहां मैंने करीब एक साल कार्य किया। इसके बाद नवोदय टाइम्स के लिए मेरठ ग़ज़िआबाद और नॉएडा । मेने पत्रकारिता में जंतर मंतर पर कई बड़े धरना प्रदर्शन कवर किए। इसके बाद 2021 में मेने ग़ज़िआबाद से PHM NEWSPAPER की शुरुवात की । मेने 2020 में लॉकडाउन से लेकर किसान आंदोलन तक की कवरेज की और अभी आगे का सफर जारी है