Lok Sabha Election 2024 First Phase: पहले फेज में NDA जीत सकता है 40-45 सीटें

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लोकसभा चुनाव के पहले फेज में 19 अप्रैल, यानी आज 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग हो रही है। 2019 के चुनाव में इन्हीं सीटों पर BJP ने 40, DMK ने 24 और कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थीं। अन्य को 23 सीटें मिली थीं।

पहले फेज की 102 में से 99 सीटों पर पहुंचे और जाना कि ‘हवा का रुख’ क्या है। इस बार BJP के नेतृत्व वाले NDA को 40 से 45 सीटें मिलती दिख रही हैं। विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक को 42 से 47 सीटें मिल सकती हैं। बाकी सीटें या तो अन्य के खाते में जा रही हैं या वहां कड़ा मुकाबला है।

Lok Sabha Election 2024 First Phase

सीटों के लिहाज से साउथ के सबसे बड़े राज्य तमिलनाडु में BJP की कोशिश है कि उसका खाता खुल जाए। DMK की राज्य में पकड़ और मुख्यमंत्री स्टालिन की योजनाओं की वजह से यहां BJP के लिए जगह बना पाना फिलहाल मुश्किल है। उसने स्टेट प्रेसिडेंट और IPS अफसर रह चुके अन्नामलाई पर दांव खेला है। अन्नामलाई कोयंबटूर से चुनाव लड़ रहे हैं। BJP को यहीं जीत की उम्मीद सबसे ज्यादा है।

तमिलनाडु में DMK-कांग्रेस अलायंस सबसे मजबूत नजर आ रहा है। उसे 39 में से 32-37 सीटें मिल सकती हैं। राज्य की दूसरी बड़ी पार्टी AIADMK के लिए ये चुनाव अस्तित्व बचाने की लड़ाई है। पार्टी का फोकस भी नंबर दो की पोजिशन बनाए रखने पर है। DMDK के साथ उसका गठबंधन है।

इस अलायंस को 3-0 सीटें मिलने के आसार हैं। BJP के पास तमिलनाडु में खोने के लिए कुछ नहीं है। उसका वोट पर्सेंट 3 से बढ़कर 15% होने के आसार हैं, हालांकि सीट 2-0 आ सकती हैं।

राज्य: राजस्थान, कुल सीट: 25, वोटिंग: 12 सीट पर
संभावित स्कोर
BJP: 5
कांग्रेस: 1
अन्य: 1
5 सीटों पर कड़ा मुकाबला

पहले फेज में राजस्थान की 12 सीटों श्रीगंगानगर, बीकानेर, चूरू, नागौर, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर, जयपुर ग्रामीण, अलवर, भरतपुर, दौसा और करौली-धौलपुर में वोटिंग होगी। फिलहाल बढ़त में BJP है, लेकिन कांग्रेस भी टक्कर दे रही है। 2019 चुनाव में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी, इस बार उसे कम से कम खाता खुलने की उम्मीद है।

जयपुर सिटी सीट पर BJP मजबूत दिख रही है। वहीं जयपुर रूरल सीट पर बराबरी का मुकाबला है।

शेखावाटी की सीकर, चूरू और झुंझुनूं सीट पर मुकाबला आमने-सामने का है। इसमें झुंझुनूं सीट कांग्रेस जीत सकती है। दौसा में एक ही जाति के प्रत्याशी होने के बावजूद मुकाबला पेचीदा है। नागौर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल को हरा पाना BJP के लिए मुश्किल है।

बीकानेर से मौजूदा कानून मंत्री और PM मोदी के करीबी माने जाने वाले अर्जुनराम मेघवाल चुनाव लड़ रहे हैं। मुकाबले में गहलोत सरकार में मंत्री रहे गोविंदराम मेघवाल हैं। अलवर से केंद्रीय वन, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव BJP के उम्मीदवार हैं। ये सीटें BJP आसानी से निकालते दिख रही है।

महाराष्ट्र: कुल सीट: 48, 5 सीटों पर वोटिंग
संभावित स्कोर:
NDA: 4
INDIA ब्लॉक: 1

महाराष्ट्र में पहले फेज वाली पांचों सीटें विदर्भ रीजन में आती हैं। इन्हीं में नागपुर भी है, जहां से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी चुनाव लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस ने विकास ठाकरे को उतारा है। 1952 में पहले चुनाव के बाद से कोई कैंडिडेट नागपुर से लगातार तीन बार नहीं जीता है। गडकरी यहां से दो बार जीत चुके हैं। यहां BJP की लड़ाई जीत का अंतर बढ़ाने की है।

चंद्रपुर सीट छोड़ दी जाए तो महाविकास अघाड़ी बाकी 4 सीटों पर NDA के सामने टिकता नहीं दिख रहा है। डॉ. भीमराव अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी दलित वोट लेकर महाविकास अघाड़ी को नुकसान पहुंचा सकती है। इसका फायदा BJP को होगा।

राज्य: छत्तीसगढ़, कुल सीट: 11, वोटिंग: 1 सीट पर

संभावित स्कोर: तय नहीं, बराबरी का मुकाबला
छत्तीसगढ़ में पहले फेज में बस्तर सीट पर वोटिंग होनी है। यहां कांग्रेस के पूर्व मंत्री कवासी लखमा और BJP के उम्मीदवार महेश कश्यप के बीच मुकाबला है। 2019 में ये सीट कांग्रेस ने जीती थी। यहां 80% आबादी आदिवासी है। इस सीट के तहत 8 विधानसभा सीटें आती हैं, इनमें से 5 में BJP के विधायक हैं। कवासी लखमा की आदिवासी कम्युनिटी में पॉपुलैरिटी BJP के लिए बड़ी चुनौती है।


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