पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद : गाजियाबाद क्राइम ब्रांच पुलिस कमिश्नरेट ने थाना नंदग्राम क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है, जिसमें हिन्डन मेट्रो स्टेशन के पास राजनगर एक्सटेंशन की तरफ जाने वाले रास्ते पर तस्करी करने वाले तीन अन्तर्राष्ट्रीय तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। उनके गिरफ्तार होने पर 3.7 किलोग्राम अफीम बरामद किया गया है। अफीम की मूल्य अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में लगभग 1 करोड़ रुपये है।
पूछताछ में क्या बताया
पूछताछ पर अभियुक्त निर्मल कुमार डांगी ने बताया कि वह झारखण्ड के चतरा जिला का रहने वाला हैं और इतिहास से स्नातक हैं । पहले वह एक प्राइवेट कम्पनी में जॉब करता था लेकिन किसी कारण से कम्पनी बन्द हो गयी तो तब से वह अपने घर पर रहकर खेती का काम करने लगा, पैसे की अधिक आवश्यकता होने के कारण वह अपने गांव के पास ही रहने वाले अफीम तस्कर प्रमोद कामदेव डांगी के सम्पर्क मे आया और अवैध अफीम की तस्करी झारखण्ड से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब व दिल्ली एन0सी0आर0 मे जाकर करने लगा इस काम में उसको अधिक फायदा होने लगा । अभियुक्त रामचन्द्र कुमार भुइया ने बताया कि वह चतरा जिला का रहने वाला हैं और 10 वी पास हैं व पहले वह अपने गांव में ही सरिया शटरिंग की दिहाडी मजदूरी का काम करता है लेकिन इसमें उसको ज्यादा पैसे नही मिलते थे, व अभियुक्त संजय भुइया ने बताया कि मैं झारखण्ड के चतरा जिला का रहने वाला हूं और मैं पढा लिखा नही हूं व पहले वह अपने गांव के पास ही एक होटल पर खाने बनाने का काम करता था लेकिन इसमें उसको ज्यादा पैसे नही मिलते थे
ये लोग भी प्रमोद कामदेव डांगी के सम्पर्क में आये। ये तीनो अफीम व अन्य नशीले पदार्थ लेकर बरेली, गाजियाबाद, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व एन0सी0आर0 में डिमाण्ड के अनुसार सप्लाई करने लगे । अभियुक्त निर्मल कुमार डांगी ने बताया कि हमें अफीम की जितनी डिमाण्ड मिलती है उतना माल लेकर हम तीनो बस व ट्रेनों से बदल-बदल कर आते हैं, जिसको माल देना होता है वो जगह हम लोग पहले ही तय कर लेते हैं कि माल कहाँ और कितने बजे देना है, जब हम तीनो माल लेकर चलते हैं तो किसी से सम्पर्क नही करते जब तक कि माल को तयशुदा जगह पर जिसको डिलीवरी देनी है उसे पंहुचा न दें, माल लेने वाले ने हमें गाजियाबाद में बुलाया था, माल डिलीवरी करने से पहले ही हम तीनो पकडे गये । पूछताछ पर यह भी बताया कि हम तीनो पिछले 01 वर्ष से यह काम कर रहे हैं एवं कई बार माल पंहुचा भी चुके हैं मादक पदार्थो की तस्करी मे कम समय में ज्यादा फायदा होता है, हम तीनो अपने शौक व घर के खर्चे इसी से पूरे करते हैं।
पूछताछ पर मादक पदार्थों के बिक्री व तस्करी करने वाले अपराधियों के सम्बन्ध में कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। जिसके आधार पर टीमें बनाकर माल बरामदगी व गिरफ्तारी हेतु दबिशें दी जा रही हैं। निश्चित रूप से इस प्रकार की पुलिस कार्यवाही से जनपद गाजियाबाद व आस-पास के क्षेत्रों में मादक पदार्थों की बिक्री व उनके सेवन पर रोक लगेगी।