ओमिक्रोन के डर से बिल गेट्स बोले- अब बहुत बुरे दिन आने वाले हैं
ओमिक्रोन
Spread the love

भारत में ओमिक्रोन के खतरे को लेकर AIIMS के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को कहा कि अब तक मिले डाटा के अनुसार ओमिक्रोन में हल्की बीमारी के ही लक्षण दिख रहे हैं।

दुनिया भर में कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर चिंता बनी हुई है। ताजा हालात में ओमिक्रोन के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। ऐसे में दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल और माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि उन्होंने अपनी छुट्टियों की योजना को रद्द कर दिया है।

उन्होंने ट्वीट में लिखा, “लग रहा था कि अब जीवन सामान्य हो जाएगा, लेकिन हम जल्द ही महामारी के सबसे बुरे दौर से गुजर सकते हैं। नए वैरिएंट के तेजी से बढ़ रहे खतरे को देखते हुए मैंने छुट्टियों पर बाहर घूमने जाने के अपने सभी प्लान रद्द कर दिये हैं।” इसके साथ ही बिल गेट्स ने लोगों को मास्क पहनने, वैक्सीन लगवाने और भीड़ में जाने से बचने की सलाह दी है।

उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर हम सभी को अलर्ट रहना होगा। अन्य संक्रमण के मुकाबले ओमिक्रॉन बेहद तेजी से फैल रहा है। यह जल्द ही दुनिया के हर देश में पहुंच जाएगा। गेट्स ने कहा कि इससे जुड़ी अधिक जानकारे आने तक हमें इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।

सतर्क रहने की सलाह: बिल गेट्स ने आगे कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि हमें नहीं मालूम कि ओमिक्रॉन हमें कितना बीमार करता है। लेकिन यह तेजी के साथ फैलता है। इससे सतर्क रहने की जरुरत है।

‘हमेशा ऐसा नहीं रहेगा’: बिल गेट्स ने लिखा कि मेरा अब भी मानना ​​है कि अगर हम सही समय पर सही कदम उठाते हैं, तो 2022 में महामारी खत्म हो सकती है। उन्होंने लिखा कि COVID के चलते छुट्टियों के मौसम में बाहर जाना निराशाजनक है। लेकिन यह हमेशा के लिए ऐसा नहीं रहेगा। एक दिन महामारी समाप्त हो जाएगी, और हम एक-दूसरे की जितनी बेहतर देखभाल करेंगे, वह समय उतनी ही जल्दी आएगा।

AIIMS के निदेशक ने कही ये बात: भारत में ओमिक्रोन के खतरे को लेकर AIIMS के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को कहा, “अब तक मिले डाटा के अनुसार ओमिक्रोन में हल्की बीमारी के ही लक्षण दिख रहे हैं। इसमें गंभीर बीमारी के लक्षण अभी नहीं देखे जा रहे हैं। अभी हमें इसके बारे में और डाटा चाहिए। जैसे-जैसे मामले बढ़ेंगे हमें इसके लक्षणों के बारे में और जानकारी मिलेगी।”

उन्होंने कहा, “ओमिक्रोन ज़्यादा संक्रामक है। दो चीज़ें बहुत ज़रूरी हैं। एक वैक्सीन की डोज़ लगाना, जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगाई हैं उन्हें आगे आकर वैक्सीन की डोज़ लगानी चाहिए और दूसरा है कोविड नियमों का पालन करना।” उन्होंने कहा कि सतर्कता से इस वेरिएंट से बचा जा सकता है।

बता दें कि भारत में भी ओमिक्रोन के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। अभी तक देश में ओमिक्रोन के 213 मामले पाए गए हैं। इसमें महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे अधिक मामले हैं।


Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *