Noida Latest News: नोएडा के स्कूल में स्विमिंग पूल में डूबने से हुई थी मौत
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युवक की मौत के 11 महीने बाद केस दर्ज:नोएडा के स्कूल में स्विमिंग पूल में डूबने से हुई थी मौत, समुद्र में तैराकी कर चुका था

नोएडा में करीब 11 महीने पहले एपीजे स्कूल के स्विमिंग पूल में 33 साल के निशांत कुमार की मौत हो गई थी। संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में उसके पिता ने अब गैर इरादतन हत्या का मुकदमा सेक्टर-20 थाने में दर्ज कराया है। अदालत के आदेश पर केस दर्ज हुआ है। हालांकि पिता ने केस में किसी को नामजद नहीं किया है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है। पिता का आरोप है कि कई लोगों की लापरवाही से उसके बेटे की मौत हुई है।

सीए था निशांत कुमार
शिकायत में बिहार के छपरा के जय प्रकाश ने बताया कि उसका बड़ा बेटा निशांत कुमार (33 साल) सेक्टर-44 के न्यू कॉमर्शियल बिल्डिंग में रहता था। ग्रेटर कैलाश स्थित एक नामी कंपनी में सीए के पद पर तैनात था। निशांत 22 जून 2023 को सुबह छह बजे के करीब फिस्टो स्विमिंग में गया। उसकी सदस्यता संख्या 201301 थी। फिस्टो स्विमिंग की ओर से सेक्टर-46 स्थित एपीजे स्कूल के स्विमिंग पूल में तैराकी कराई जाती है। निशांत की यहीं पर तीन फीट गहरे पानी में डूबने से मौत हुई।

एपीजे स्कूल के स्विमिंग पूल

सुबह 5 बजे अनजान व्यक्ति की कॉल आई थी
पिता जय प्रकाश के मुताबिक, यह बात जब उसे पता चली तो उसे विश्वास नहीं हुआ। हादसे के एक दिन पहले निशांत ने परिजनों से रात 09:37 बजे 36 मिनट बात की। इस दौरान निशांत ने परिजनों से बताया कि वह पूरी तरह से फिट है। अगले दिन सुबह पांच बजे के करीब अनजान व्यक्ति की कॉल निशांत के पास आई और वह छह बजे स्विमिंग पूल चला गया, जहां उसकी मौत हो गई। उसकी मौत निजी अस्पताल ले जाने के पहले ही हो चुकी थी।

पिता बोले- मेरा बेटा कई बार समुद्र में तैराकी कर चुका है
गौतमबुद्धनगर में ही निशांत का पोस्टमॉर्टम हुआ और गृह जनपद में उसका अंतिम संस्कार किया गया था। युवक की मां बेटे की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकीं और बीमार रहने लगी। मृतक युवक के पिता का दावा है कि उसका बेटा एक शौकिया तैराक था। वह समुद्र में भी कई बार तैराकी कर चुका था। ऐसे में महज तीन से चार फीट पानी में डूबने से उसकी मौत का होना कई शंकाओं को जन्म दे रहा है।

आरोप है कि स्विमिंग पूल का वीडियो प्राप्त करने के लिए परिजनों ने कई बार एपीजे स्कूल प्रबंधन से संपर्क किया गया पर अभी तक वीडियो उपलब्ध कराया नहीं गया है। बेटे की मौत को लेकर शिकायतकर्ता ने स्थानीय थाने में भी शिकायत की थी पर कोई सुनवाई नहीं हुई थी। ऐसे में उसने अदालत की शरण ली। न्यायालय के आदेश पर अब केस दर्ज हुआ है।


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