भाजपा के फायर ब्रांड नेता और सरधना से पूर्व विधायक संगीत सोम एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। संगीत सोम ने कैबिनेट राज्यमंत्री, मुजफ्फरनगर सीट से सांसद डॉ. संजीव बालियान को लेकर विवादित बयान दिया है। संगीत सोम ने कहा कि स्तर नहीं है संजीव बालियान का मुझसे बात करने का. मेरठ की सरधना विधानसभा में बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की जनसभा के बाद संगीत सोम ने पत्रकारों से बातचीत में यह बयान दिया है। संगीत सोम से पत्रकारों ने जानना चाहा कि क्या वो संजीव बालियान के चुनाव प्रचार में जाएंगे, उनसे कोई बात हुई। इस सवाल के जवाब पर संगीत सोम ने कहा कि स्तर नहीं है संजीव बालियान का मुझसे बात करने का.. बता दें कि संजीव बालियान और संगीत सोम दोनों में अंदरखाने जमकर विरोध चल रहा है। जिसकी गूंज अब सीएम योगी तक जा पहुंची है।
संगीत सोम ने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि संजीव बालियान का स्तर नहीं कि वो संगीत सोम से बात करें। वहीं संगीत सोम ने कहा कि सरधना के मतदाताओं के पीछे मैं खड़ा हूं। मुझे पता है सरधना का वोटर जहां भी वोट देगा वो किसी अच्छे नेता को ही वोट देगा।
संजीव बालियान के कारण चुनाव हारे संगीत सोम
दरअसल मेरठ की सरधना विधानसभा सीट मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट का हिस्सा है। मुजफ्फरनगर से संजीव बालियान को भाजपा ने लोकसभा कैंडिडेट बनाया है। सरधना से भाजपा के टिकट पर विधायक रहे संगीत सोम 2022 में इस सीट से सपा प्रत्याशी अतुल प्रधान से चुनाव हार गए। सोम के समर्थकों के अनुसार संजीव बालियान ने ही उन्हें चुनाव हरवाया है। वहीं मुजफ्फरनगर से सांसद संजीव बालियान के समर्थकों का कहना है कि सोम उनके समर्थक अपनी हार का बदला लेना चाहते हैं। अपनी हार का कारण संजीव बालियान को मानते हैं। इसी का बदला लेने के लिए वो संजीव बालियान का चुनाव बिगाड़ रहे हैं। ठाकुरों को भड़का रहे हैं कि वो लोकसभा चुनाव में संजीव बालियान को वोट न दें।
मंत्री पर हमले, विरोध के पीछे सोम का हाथ
केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान के समर्थक मंत्री पर पिछले दिनों हुए हमले के पीछे संगीत सोम को मान रहे हैं। संगीत सोम ने यह हमला कराया। पिछले दिनों मंत्री का सरधना के ठाकुर बाहुल्य गांवों में विरोध भी हुआ है। जहां ठाकुरों ने कमल का फूल हमारी भूल के पोस्टर लगाए। यह विरोध भाजपा का नहीं बल्कि बालियान का माना जा रहा है। संगीत सोम ठाकुर बिरादरी से आते हैं। सरधना में ठाकुरों के 24 गांव है इसे ठाकुर चौबीसी कहा जाता है। इस सीट पर ठाकुरों का प्रभाव काफी है। जिसके पक्ष में ठाकुर वोट जाता है जीत उसी की होती है।